सोच मत अच्छा-बुरा तैयार कर

सोच मत अच्छा-बुरा तैयार कर आप अपना रास्ता तैयार कर   मौसमों का क्या भरोसा, सोच मत कुछ तो लिख, कुछ तो हवा तैयार कर   ख़्वाब टूटें, टूटने दे, टूट मत ख़्वाब कोई दूसरा तैयार कर   तू हिमालय की बुलन्दी से न डर तू है दरिया, रास्ता तैयार कर   सैंकड़ों स्वर लहरियाँ … Continue reading सोच मत अच्छा-बुरा तैयार कर